Nehtaur: ( शहजाद मलिक ): नहटौर में एक निकाह ऐसी पहल बना हैं।जिसकी सराहना की जा रही है।बिना दहेज के 11 आदमियों ने पहुंचकर निकाह की रस्म अदायगी की।खजूर व पानी के साथ निकाह हुआ।समाज में बेटियों को बोझ समझने वालों के लिए यह एक मिशाल बनी हैं।समाज में बिना दहेज के शादी की सोच को सोच तक सीमित रखने वालो की विचारधारा को एक व्यवसायी ने इस सोच का धरातल पर उतारते हुए अपने पुत्र का निकाह बिना दहेज के करते हुए दहेज जैसी कुप्रथा को मिटाने का संदेश दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मुजफ्फरपुर नंहेड़ा के पूर्व प्रधान मौहम्मद फुरकान सिद्दीकी वर्तमान में देहरादून में रहते है।देहरादून में प्रापर्टी डीलर सहित कई कारोबार करते है।वह देहरादून के बड़े कारोबारी के रूप में जाने जाते है।उनके पुत्र मौहम्मद रिजवान की शादी नहटौर के मोहल्ला छापेग्रान निवासी रईस अहमद की पुत्री नाजमीन परवीन से तय हुई थी।मौहम्मद फुरकान सिद्दीकी ने लड़की पक्ष से निकाह सादगी व बिना दहेज के करने की मांग रखी थी।
दूल्हे के पिता निकाह के लिए 11 आदमियों को लेकर पहुंचे दुल्हन के घर
वह समाज को ऐसा संदेश देना चाहते है।जिससे समाज में बेटियो को बोझ न समझा जाए और बहुत ही सादगी से शादी जैसी रस्मो को पूरा किया जाए। जिसमें एक पिता को दहेज जैसे बोझ के नीचे न दबना पड़े।शुक्रवार को कारोबारी अपने पुत्र मौहम्मद रिजवान को दुल्हा बनाकर 11 आदमियों के साथ नहटौर पहुंचा। मोहल्ला छापेग्रान में मस्जिद में बिना दहेज के इमाम मुफ्ती मौहम्मद शुऐब ने निकाह पढ़ाया।मस्जिद में ही खजूर व पानी की व्यवस्था के साथ सादगी से निकाह की रस्म अदा की गई। इस निकाह में नदीम सिददीकी, सलीम सिददीकी, शकील सिददीकी, हाजी नासिर सिददीकी, अशफाक सिददीकी, इरफान अहमद, अल्तमस, फैजान सिददीकी, प्रधान नफीस सिद्दीकी, आफाक सिददीकी, जाहिद सिददीकी, गुलजार कुरैशी, शमीम सिद्दीकी, दिलशाद अहमद आदि मौजूद रहे।कारोबारी मौहम्मद फुरकान सिद्दीकी ने बताया कि समाज में दहेज न लेने की सोच रखी जा रही है लेकिन धरातल पर इसे साकार नहीं किया जा रहा है।जिससे समाज में बेटियो को बोझ भी समझा जा रहा है।शादियो में फिजूलखर्ची होना फैशन गया है।उनकी पहल है कि समाज में बिना दहेज के शादियां हो और बेटियों को बोझ न समझा जाए। इसी को लेकर उन्होंने अपने पुत्र का निकाह सादगी के साथ किया है।जिससे समाज को एक संदेश मिल सके।