बिजनौर में बैंक की शाखा में निवेश का झांसा देकर पोने दस लाख रूपए ठगने वाले गिरफ़्तार

Bijnor: ( शरीफ मलिक ): बिजनौर की साइबर टीम ने ठागों को किया बेनकाब ठगों के पास से भारी मात्रा में मोबाइल सिम मोबाइल एटीएम कार्ड बरामद दो ठग आरोपी किया गिरफ्तार। मेरठ के बैंक ऑफ़ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रबंधक नेट साइबर क्राइम थाने में तहरीर देकर बैंक की शाखा प्रबंधक शैलजा सिंगल के साथ हुई 9 लाख 88500 की धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत की थी प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 अगस्त 2024 को बैंक की शाखा प्रबंधक शैलजा सिंगल के मोबाइल पर एक कॉल आई थी जिसमें अज्ञात व्यक्ति ने अपने आप को विवेक चौधरी बिजनौर के हुंडई मोटर्स का मालिक बताते हुए बैंक शाखा में 3 करोड रुपए की एफडीआई के तौर पर निवेश करने का झांसा दिया था और बैंक की ईमेल आईडी पर मेल की गई कि उसकी चेक बुक खत्म हो गई है तत्काल पैसे भेजने का अनुरोध करते हुए दो आरटीजीएस ट्रांजैक्शन के माध्यम से 9 लाख 88500 कई खातों में ट्रांसफर कर दिए गए थे इसके बाद थाना साइबर क्राइम ने मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जिसमें स्वाट टीम और सर्विलेंस टीम की संयुक्त कार्रवाई में दिल्ली निवासी धर्मवीर व बंटी को गिरफ़्तार किया है।

बिजनौर पुलिस लाइन में ठागों का खुलासा

पुलिस द्वारा की गई पुछताछ में बताया की उनके द्वारा सीधे सादे लोगों को मोबाईल फोन से कॉल किया जाता और लोन दिलाने की बात कहकर उनका नया बैंक खाता खुलवाकर बैंक पासबुक व एटीएम कार्ड अपने पास रख लेते है तथा कभी-कभी हम स्वंय किसी व्यवसायिक संस्था के मालिक बनकर बैंक संस्था या अन्य किसी को सीधे कॉल कर ई-मेल व मोबाइल का प्रतिरूपण कर छल के माध्यम से झासे में लेकर अपने बताये हुए किसी भी खाते में पैसा ट्रासफर करा लेते है। इसी प्रकार हमने अब से करीब 20-25 दिन पहले यहा की बैंक आफ बडौदा में मैनेजर को फोन कर करीब 10 लाख रूपये ट्रासफर करा लिये थे। यह हमारा सारा सामान मोबाईल फोन, बैंक पासबुक, फर्जी आधार कार्ड, एटीएम कार्ड आदि चीजे हमारे द्वारा ऑनलाईन ठगी करने के काम में ही आती है और यह जो नकदी हमारे पास है यह वही पैसा है जो हमने बैंक आफ बडौदा, बिजनौर के मैनेजर के साथ फ्राड करके मधु पत्नी सुभाष निवासी राजीव कॉलोनी मोहन नगर गाजियाबाद व एक अन्य व्यक्ति के आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में खाता खुलवाकर उसमें ट्रासफर कराया था व उन खातो का एटीएन व पासबुक हमारे पास थे। उन्ही खातों में पैसा आने के बाद हमने एटीएम से 03 लाख रुपये निकाल लिये थे व 03 लाख का सोना गंगा ज्वेलर्स शहादरा, दिल्ली से खरीद लिया था तथा उस सोने को हम दोनो ने सहमति से मुथुट फाईनेस करावल नगर में छुपाने के उद्देश्य से लोन करा लिया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों अभियुक्तोके पास से एक लाख चौसठ हजार रूपये नगद, 48 मोबाईल फोन, 18 आधार कार्ड, 05 पैन कार्ड, 05 बैंक पासबुक, 09 बैंक चेकबुक 03 पहचान पत्र, 16 बैंक डेबिट कार्ड, 01 डोगल, 584 पासपोर्ट साइज फोटो, 13 ड्राईविंग लाईसेन्स, 30 मोबाईल सिमकार्ड, 02 माईक्रो एसडी कार्ड, 01 पम्पलेट तथा 03 लाख 90 हजार रुपये खाते में फ्रीज करवाए गए हैं।

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