विश्व प्रसिद्ध दरगाह ए आलिया नज़फे ए हिंद पर तीसरे दिन मजलिस का आगाज़

Najibabad ( नसीम उस्मानी ): बिजनौर के नजीबाबाद तहसील क्षेत्र अंतर्गत जोगीपुरा स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह ए आलिया नजफे हिंद में चार दिवसीय चल रही सालाना मजलिसों के तीसरे दिन मजलिस हुज्जतुल इस्लाम मौलाना सैय्यद शबाब नक़वी साहब सिरसीवी सदर मजलिस उलमा ए हिंद महाराष्ट्र मौलाना ने अपने खिताब में कहा की इस्लाम ने कभी किसी भी इंसान के ऊपर ज़ुल्म या अत्त्यार चार नही किया बल्के इस्लाम हमेशा मोहब्बत व शांति का पैगाम देता है।

मौलाना शब्बीर वारसी सहाब ने मजलिस मजलिस्को किताब किया

मौलाना शब्बीर वारसी साहब ने मजलिस्को आगे खिताब करते हुए कहा की इस्लाम दीनी फितरत है जो तमाम लोगों को उनकी फितरत के मुताबिक़ अमल करने का हुक्म देता है। इस्लाम भाई चाराह का हुक्म देता है।इस्लाम मुहब्बत का पैगाम देता है।और इस्लाम हमेशा से अमन व शांति का दीन ए इस्लाम एजुकेशन तालीम पर बहुत ज़्यादा ध्यान देता है। पैगंबर ए इस्लाम का ये हुक्म है के मां की गोद से लेकर कब्र तक इल्म हासिल करो।और दीन ए इस्लाम औरतों को खास तरीके से पर्दे में रहने का हुक्म देता है। जिसमे मौलाना शिको हैदर साहब, मौलाना रईस हैदर साहब,मौलाना कौसर मुज्तबा,मौलाना रईस अहमद,मौलाना अली गाज़ी साहब,मौलाना अजादार हुसैन साहब, ने खिताब किया। आज तीसरे दिन अंजुमन नोहा खानी, और मातम करते हुए अंजुमन याद गारे हुसैनी नौगांवा सादात,अंजुमन पंजतनी बुकनाला सादात,और अंजुमन लशकर ए हुसैनी मेमन सादात ने अपने अपने जल्लूसों में शिरकत की।

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